:امام سجاد علیه السلام
اللّهُمَّ ارزُقنا خَوفَ عِقابِ الوَعيدِ، وشَوقَ ثَوابِ المَوعودِ، حَتّى نَجِدَ لَذَّةَ ما نَدعوكَ بِهِ وكَآبَةَ ما نَستجيرُكَ مِنهُ، وَاجعَلنا عِندَكَ مِنَ التَّوّابينَ الَّذينَ أوجَبتَ لَهُم مَحَبَّتَكَ، وقَبِلتَ مِنهُم مُراجَعَة طاعَتِكَ...
الصحيفة السجّاديّة : ص ۱۷۱ الدعاء ۴۵
इमाम सज्जाद अ.स.
ऐ ख़ुदा ! हमे वादा किये गए अज़ाब से डरने और सवाब के हासिल करने की तमन्ना अता फरमा, ताकि हम उस लज़्ज़त को महसूस करें जिसके लिए तुझे पुकारते हैं और उस तकलीफ का अहसास भी कर सकें जिससे तेरी पनाह तलब करते हैं। हमें अपनी बारगाह में तौबा क़ुबूल करने वालों में क़रार दे जिनके लियए तूने अपनी मोहब्बत को यक़ीनी बनाया और दोबारा उनकी इताअत और फरमाबरदारी को क़ुबूल कर लिया।
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